Article/निर्णय हमारा होना चाहिए?????
वर्तमान में पूरा विश्व जो आपदा झेल रहा हैं वह अत्यंत भयावह हैं, जहाँ लोगों की जान तक का पता नहीं कि वह कब तक जिंदा रहेंगे | जब हम इस बात को सोचते भी हैं तो हमारी रुह कांप जाती हैं | ये क्या माहौल पैदा किया हैं एक सिरफिरे देश ने और क्या दिखाना चाहता हैं वह देश पूरी दुनिया को, लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ शायद उसका शौक होगा | अब जब भी इस सिरफिरे देश के द्वारा फैलायी गयी समस्या से पूरा विश्व मुक्त हो चुका होगा तो यह सोचने का विषय जरूर बनता कि इस सिरफिरे देश के साथ क्या करना होगा |
अगर मैं भारत की बात कहूँ तो शायद हमें अब समझना होगा कि इस सिरफिरे देश के साथ हमारे संबंध कैसे होने चाहिए | कूटनीति, राजनीति, विदेशी निती, आपसी सीमा संबंध चाहे जैसे भी हो या रख ले किन्तु व्यापारिक संबंधों पर विशेष घ्यान दिया जाना चाहिए ( यहाँ मेरा विशेष ध्यान से मतलब है कि व्यापारिक सम्बन्ध या तो कड़े कानून द्वारा होने चाहिए या फिर खत्म कर देने चाहिए)
आज पूरा विश्व भारतीय बाजार पर अपनी टकटकी नजर लगाये खड़ा हैं, शायद अब समय आ गया है कि इस सिरफिरे देश के सामानों, वस्तुओं को हमें क्रयविक्रय करना हैं या नहीं, क्योंकि बड़ी ही अजब और गजब बात है कि हमारे ही देश से मुद्रा ले जाकर हमारे ही व्यापार को ( मुख्यतः घरेलू व्यापार) नष्ट कर रहा हैं | आखिर ऐसा क्या कारण है कि हम अपने स्वदेशी उघोग- घन्घो और उनसे उत्पादित वस्तुओं को नहीं खरीद कर इस सिरफिरे देश के द्वारा उत्पादित वस्तुओं को खरीदते हैं |
हमें यह याद रखना हैं कि कुछ समय पहले से हमनें यह गलती की हैं परंतु अब समय आ गया है कि हमें अपने उघोग- घन्घो के द्वारा उत्पादित वस्तुओं को ही अधिक से अधिक खरीद कर उसका उपभोग करना हैं | इस विश्व व्यापी समस्या, आपदा से निपटने के बाद हमें अब स्वयं को ही निर्णय लेना हैं कि हमें अपने परम्परागत व्यापार, उघोग- घन्घो ( कुटीर उधोग) को कैसे नया रूप देकर भारत को व्यापारिक दृष्टि से मज़बूत बनाना हैं | हमें यह भी मानना पड़ेगा कि इस आपदा से निजाद पाने के बाद हमारे अंदर जो आज राष्ट्र के प्रति सकारात्मक सोच हैं उसे और भी प्रबल करना होगा जिससे यह राष्ट्र आने वाले समय में पूरे विश्व में एक प्रेरणादायी राष्ट्र के रूप में सामने आये | फैसला हमें ही करना हैं |
( यह गंभीर विषय मेरे विचारों में आया, जिसे आपके साथ साझा कर रहा हूँ)
धन्यवाद
डॉ तरूण दुबे